Fleming right hand rule in Hindi - फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम
आज इस पोस्ट में हम फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम (Fleming right hand rule in Hindi) पढ़ेंगे| जैसा कि पिछले पोस्ट में हमने फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम (Fleming left hand rule in Hindi) अध्ययन किया, और जाना कि इसे कहां प्रयोग करते हैं| फ्लेमिंग के नियमों का आंकिक परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रयोग नहीं किया जाता है अपितु या एक व्यवस्था है जिसके द्वारा हम या तो कंडक्टर में बहने वाले धारा की दिशा या कंडक्टर पर लगने वाले बल की दिशा को ज्ञात करते हैं|
फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम (Fleming right hand rule in Hindi) अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं या आईटीआई की परीक्षा में महत्वपूर्ण रूप से पूछी जाती हैं, अतः इसे हमें अच्छे से याद करना चाहिए|
मैंने कई सारे जगहों पर फ्लेमिंग के दाएं हाथ का नियम (Fleming right hand rule in Hindi) को पड़ा है परंतु मुझे निम्नलिखित परिभाषा बहुत आसान और याद करने योग्य लगा है
फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम की परिभाषा (Definition of Fleming right hand rule in Hindi)-
यदि हम दाएं हाथ के अंगूठा तर्जनी तथा मध्यमा अंगुली को परस्पर एक दूसरे के लंबवत इस प्रकार फैलाएं की, यदि अंगूठा चालक के घूमने की दिशा तथा तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को बताती है तब मध्य उंगली चालक में बहने वाले धारा की दिशा को बताएगी
फ्लेमिंग के दाएँ हाथ के नियम का प्रयोग (Uses of Fleming right hand rule in Hindi)-
फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम (Fleming right hand rule in Hindi) का प्रयोग विद्युत जनरेटर (DC Generator in Hindi) में चालक में बहने वाले धारा की दिशा को बताने के लिए किया जाता है
डीसी जनरेटर में फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के सिद्धांत पर विद्युत वाहक बल को उत्पन्न किया जाता है, तथा चालक को यदि किसी बाहरी सर्किट से जोड़ देते हैं तो विद्युत धारा का प्रवाह प्रारंभ हो जाता है,
विद्युत धारा के प्रवाह की दिशा को ज्ञात करने के लिए ही फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम (Fleming right hand rule in Hindi) का प्रयोग करते हैं|