Fleming left hand rule in Hindi - फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम-
Fleming left hand rule in Hindi - आज इस पोस्ट में आईटीआई इलेक्ट्रीशियन थ्योरी (ITI Electrician Theory in Hindi) की सबसे महत्वपूर्ण फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम (Fleming left hand rule in Hindi) को आसानी से समझेंगे|
जब हम आईटीआई इलेक्ट्रिशियन की थ्योरी (ITI Electrician Theory in Hindi) पढ़ते हैं तब हमें वैज्ञानिकों के प्रयोगों तथा दिए गए परिभाषाएं को महत्वपूर्ण रूप से समझना एवं याद करना होता है|
फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम (Fleming’s left hand rule in Hindi) बहुत ही महत्वपूर्ण नियम है|
आइए अब हम जानते हैं की फ्लेमिंग का बाएँ हाथ का नियम क्या है?
फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम की परिभाषा (Definition of Fleming left hand rule in Hindi)-
यदि हम बाएं हाथ की तर्जनी, मध्यमा और अंगूठे को परस्पर एक-दूसरे के लंबवत इस प्रकार फैलाएं की, तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा तथा मध्यमा कंडक्टर में बहने वाले धारा की दिशा को बताती है, तब अंगूठा कंडक्टर पर लगने वाले बल की दिशा को बताएगा
Explains Fleming left hand rule in Hindi-
जब भी हम एक करंट युक्त कंडक्टर को चुंबकीय क्षेत्र में रखते हैं तब उस कंडक्टर पर एक बल कार्य करता है जो उसे बाहर की तरफ धकेलने का प्रयास करता है|
उपरोक्त सिद्धांत का प्रयोग करके हम लोग डीसी मोटर का निर्माण करते हैं|
डीसी मोटर (DC Motor in Hindi) की बनावट भी इसी के आधार पर होता है, कंडक्टर पर लगने वाले बल की दिशा ज्ञात करने के लिए जॉन एम्ब्रोस फ्लेमिंग (John Ambrose Fleming) ने एक एक नियम बनाया जिसके द्वारा हम आसानी से कंडक्टर पर लगने वाले बल की दिशा को ज्ञात कर सकते हैंI
फ्लेमिंग ने 2 नियम दिए जिसमें एक को फ्लेमिंग का दायें हाथ नियम (Fleming right hand rule in Hindi) तथा दूसरे को फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम (Fleming left hand rule in Hindi) के नाम से जाना जाता है I