Types of DC generator in Hindi
दोस्तों आज इस पोस्ट में डीसी जनरेटर के प्रकार (Types of DC generator in Hindi) के बारे में विस्तार पूर्वक सरल भाषा में अध्ययन करेंगे, इस पोस्ट में निम्न बिंदुओं को विस्तारपूर्वक समझाया गया है-
- स्थाई चुंबक जनरेटर (Permanent Magnet Generator)
- अस्थाई चुंबक जनरेटर (Temporary Magnet Generator )
- सेपरेटली एक्साइटिड जनरेटर (Separately Excited DC Generator )
- Self-excited जनरेटर (Self-Excited DC Generator)
- डीसी सीरीज जेनरेटर (DC Series Generator)
- डीसी शंट जनरेटर (DC Shunt generator)
- कंपाउंड जनरेटर (Compound Generator)
- कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर (Cumulative Compound Generator)
- डिफरेंशियल कंपाउंड जनरेटर (Differential Compound Generator)
- लोंग शंट कंपाउंड जनरेटर (Long Shunt Compound Generator)
- शॉर्ट्स शंट कंपाउंड जनरेटर (Short Shunt Generator)
इस पोस्ट के पूर्व में हमने डीसी जनरेटर (DC generator in Hindi) के बारे में जैसे कि डीसी जनरेटर के कार्य करने का सिद्धांत (Working principle of DC generator in Hindi), डीसी जनरेटर के भाग, डीसी जनरेटर के बनावट, विस्तार पूर्वक पड़ा| डीसी जनरेटर के द्वारा हम यह जानते हैं कि यह यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है,
आइए आज हम डीसी जनरेटर के भिन्न भिन्न प्रकार को विस्तार पूर्वक पढ़ती एवं समझते हैं|
डीसी जनरेटर चुंबक के आधार पर निम्न प्रकार के होते हैं (Types of DC Generator according to Magnet)-
स्थाई चुंबक जनरेटर (Permanent Magnet Generator)
अस्थाई चुंबक जनरेटर (Temporary Magnet Generator )
स्थाई चुंबक जनरेटर (Permanent Magnet Generator)
स्थाई चुंबक जनरेटर वे होते हैं जिनमें आर्मेचर को स्थाई चुंबक ओं के बीच घुमाते हैं. तब आर्मेचर के चालकों में विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है| स्थाई चुंबक जनरेटर स्थिर वोल्टेज उत्पन्न करता है| परंतु इसे बड़े क्षमता में नहीं बनाया जाता है परंतु साइकिल में लगने वाले छोटे जनरेटर ओं के रूप में प्रयोग किया जाता है
अस्थाई चुंबक जनरेटर (Temporary Magnet Generator )
अस्थाई
चुंबक वे होते हैं, जिनमें चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने के लिए
किसी बाहरी विद्युत स्रोत से चुंबकीय क्वायल को सप्लाई देते हैं जिसके फलस्वरूप
चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है, वर्तमान समय में अस्थाई चुंबक वाले
डीसी जनरेटर का प्रयोग सर्वाधिक किया जाता है. तथा इसे अपनी इच्छा अनुसार इसकी
क्षमता को हटाया अथवा बढ़ाया जा सकता है, क्वायल में बहने वाली धारा के मान को
घटा अथवा बढ़ाकर चुंबकीय क्षेत्र घुंघटा तथा बढ़ाते हैं जिसके फलस्वरूप हम अपने
उपयोग के अनुसार वोल्टेज को घटाता बढ़ा सकते हैं
अस्थाई चुंबक जनरेटर निम्न प्रकार के होते हैं (Types of Temporary Magnet DC Generator)-
सेपरेटली एक्साइटिड जनरेटर (Separately Excited DC Generator )
Self-excited जनरेटर (Self-Excited DC Generator)
सेपरेटली एक्साइटिड जनरेटर (Separately Excited DC Generator )
सेपरेटली एक्साइटिड जनरेटर वे होते हैं, जिसमें चुंबकीय क्षेत्र के लिए प्रयोग किए जाने वाले क्वायल को किसी बाहरी डीसी स्रोत से डीसी सप्लाई प्रदान करते हैं, इस प्रकार के डीसी जनरेटर का प्रयोग बहुत कम किया जाता है परंतु फिर भी इसका प्रयोग नियत लोड वाले जगहों पर कर सकते हैं
Self-excited जनरेटर (Self-Excited DC Generator)
Self-excited जनरेटर वे होते हैं जिनमें चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने वाले क्वायल को स्वयं द्वारा उत्पन्न वोल्टेज देकर क्षेत्र को चुंबकीय बनाते हैं, वर्तमान समय में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला डीसी जनरेटर self-excited जनरेटर ही है, सेल्फ एक्साइटिड जनरेटर हर प्रकार के लोन तथा हर प्रकार की परिस्थिति में कार्य करने वाला जनरेटर है तथा अन्य जनरेटर ओं की अपेक्षा यह उच्च क्षमता होने के बावजूद थी हल्का एवं कम जगह गिरने वाला होता है,
Self-excited जनरेटर में दो बाइंडिंग (Two Winding) होती हैं-
सीरीज बाइंडिंग (Series Winding)
शंट
वाइंडिंग (Shunt Winding)
सीरीज बाइंडिंग (Series Winding)
सीरीज बाइंडिंग मोटे तार एवं कम टर्न की बनी होती है, तथा यह आर्मेचर के सीरीज में जुड़ी होती हैं लोड के घटने अथवा बढ़ने पर इसमें भी चुंबकीय क्षेत्र का मान घटना अथवा पड़ता जिसके कारण टर्मिनल पर मिलने वाली वोल्टेज भी परिवर्तित होती है
शंट वाइंडिंग (Shunt Winding)
शंट
वाइंडिंग पतले तार एवं अधिक टर्न की बनी होती हैं, जिससे कि इसका
प्रतिरोध उच्च हो जाता है. शंट वाइंडिंग का प्रयोग आर्मेचर के समांतर में करते हैं
तथा आर्मेचर द्वारा उत्पन्न emf पूरा का पूरा इसे भी चलना पड़ता है,
या
वोल्टेज को नियत करता है तथा लूट की घटना अथवा पड़ने पर टर्मिनल वोल्टेज को स्थिर
बनाए रखता है
Self-excited जनरेट निम्न प्रकार के होते है (Types of self-excited Generator in Hindi)
डीसी सीरीज जेनरेटर (DC Series Generator)
डीसी शंट जनरेटर (DC Shunt generator)
कंपाउंड जनरेटर (Compound Generator)
डीसी सीरीज जेनरेटर (DC Series Generator)
डीसी सीरीज जनरेटर (DC Series Generator) में आर्मेचर के साथ फील्ड वाइंडिंग सीरीज में जुड़ी होती है| सीरीज बाइंडिंग मोटे तार एवं कम टर्न ओं की बनी होती है जिसके कारण शिरीष बाइंडिंग का प्रतिरोध निम्न होता है तथा लोड में बहने वाली धारा सीरीज बाइंडिंग से ही होकर गुजरती है
डीसी सीरीज जनरेटर का प्रयोग किसी नियत लोड को
सप्लाई देने के लिए किया जाता है, यदि इसके लोड में थोड़ा भी परिवर्तन
करते हैं जिसके कारण करंट का मान बढ़ता है जो सीरीज फील्ड में और अधिक प्लक्स
उत्पन्न करता है तथा ईएमएफ क मान बढ़ जाता है, उत्पन्न टीएमएफ
का मान बढ़ने पर टर्मिनल वोल्टेज भी बढ़ जाता है, जिससे कि सर्किट
में लगे लोड खराब हो सकते हैं तथा अन्य प्रकार की कई हानियां उत्पन्न हो सकती हैं|
डीसी सीरीज जनरेटर को सदैव लोड के साथ जोड़कर
ही चालू किया जाता है, बिना
लोड पर चालू करने से इसका emf इतना
ज्यादा बढ़ जाता है कि स्वयं के बाइंडिंग को जला सकता है
डीसी जनरेटर का प्रयोग सामान्य तौर पर नहीं करते हैं फिर भी लोड बढ़ने पर वोल्टेज में बढ़ोतरी वाली विशेषता के कारण इसका प्रयोग लाइन लॉस मैं वोल्टेज ड्रॉप को पूरा करने के लिए बूस्टर की तरह करते हैं
डीसी शंट जनरेटर (DC Shunt generator)
डीसी शंट जेनरेटर में शंट वाइंडिंग आर्मेचर के साथ समांतर में लगी होती है, चुकी शंट वाइंडिंग को आर्मेचर द्वारा उत्पन्न वोल्टेज को पूरा सहना होता है अतः शंट वाइंडिंग पतले तार एवं अधिक फेरों की बनाई जाती है, जिससे इसका प्रतिरोध उच्च होता है, शंट बाइंडिंग के प्रतिरोध को बढ़ाने के लिए उसके सीरीज में एक अन्य प्रतिरोध जोड़ देते हैं जिससे कि कुल प्रतिरोध का मान बढ़ जाता है
सामान्य तौर पर डीसी शंट जेनरेटर का प्रयोग सर्वाधिक किया जाता है क्योंकि लोड के घटने अथवा बढ़ने पर इसके टर्मिनल वोल्टेज पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है, इसकी क्षमता से ज्यादा लोड बढ़ाने पर इसका टर्मिनल वोल्टेज अचानक गिर जाता है
इस जनरेटर को बिना लोड भी स्टार्ट किया जा सकता है
डीसी कंपाउंड जनरेटर (DC Compound Generator)
डीसी
कंपाउंड जनरेटर में सीरीज फील्ड वाइंडिंग तथा shunt फील्ड वाइंडिंग
दोनों होते हैं, इस जनरेटर का मुख्य विशेषता आया है की इसे बिना
लोड के अथवा लोड के साथ चला सकते हैं, डीसी कंपाउंड जनरेटर के दोनों फील्ड
वाइंडिंग को भिन्न भिन्न प्रकार से जोड़कर कई प्रकार के कंपाउंड जनरेटर बना सकते
हैं
दोनों फील्ड बाइंडिंग ओं में बहने वाली धारा की दिशा के आधार पर यह दो प्रकार के होते हैं-
कम्युलेटिव
कंपाउंड जनरेटर (Cumulative
Compound Generator)
डिफरेंशियल कंपाउंड जनरेटर (Differential Compound Generator)
कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर (Cumulative Compound Generator)
कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर के सीरीज तथा शंट फील्ड बाइंडिंग में बहने वाली धारा कि दिशा समान होती है, कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर मुख्य विशेषता यह होती है कि लोड के बढ़ने पर इसकी वोल्टेज हल्की सी बढ़ जाती हैं, लंबी दूरी पर स्थित लोड को सप्लाई देने के लिए कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर का प्रयोग करते हैं|
डिफरेंशियल कंपाउंड जनरेटर (Differential Compound Generator)
डिफरेंस इन कंपाउंड जनरेटर में सीरीज फील्ड तथा
शंट फील्ड वाइंडिंग में बहने वाली धारा एक दूसरे के विपरीत होती है, जिसके
कारण लोड के बढ़ने पर वोल्टेज हल्का सा घट जाता है सामान्य तौर पर इस जनरेटर का
प्रयोग नहीं किया जाता है फिर भी इसे ऐसे ही स्थानों पर प्रयोग करते हैं जहां पर
लोड बढ़ने पर करंट का मान काम करना होता है जैसे की बिल्डिंग मशीन|
डीसी कंपाउंड जनरेटर में सीरीज फील्ड तथा शंट फील्ड वाइंडिंग के पहले तथा बाद में जुड़ने के आधार पर यह निम्न प्रकार के होते हैं
लोंग
शंट कंपाउंड जनरेटर
शॉर्ट्स शंट कंपाउंड जनरेटर