What is transformer in Hindi - ट्रांसफार्मर क्या है?

What is Transformer in Hindi- ट्रांसफार्मर क्या है?



What is transformer in Hindi - ट्रांसफार्मर क्या है

आज इस पोस्ट में हम ट्रांसफार्मर क्या है? (What is transformer in Hindi?), ट्रांसफार्मर की आवश्यकता, ट्रांसफार्मर की बनावट, प्रकार, emf समीकरण, हानियां, एफिशिएंसी एवं अन्य बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे| 

जब से प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current)  का अविष्कार हुआ है, उसे लंबी दूरी तक एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए उच्च वोल्टेज की आवश्यकता होती है, जिसे हम ट्रांसफार्मर द्वारा करते हैं|

What is Transformer in Hindi- ट्रांसफार्मर क्या है?

ट्रांसफार्मर एक स्थिर विद्युत मशीन है, जो बिना फ्रीक्वेंसी को परिवर्तित किए उच्च वोल्टेज को निम्न वोल्टेज, तथा निम्न वोल्टेज को उच्च वोल्टेज में परिवर्तित करता है |
आदर्श ट्रांसफार्मर में विद्युत शक्ति भी अपरिवर्तित रहती है|

ट्रांसफार्मर के कार्य करने का सिद्धांत- Working principle of transformer in Hindi

ट्रांसफार्मर के कार्य करने का सिद्धांत फैराडे के  म्यूच्यूअल इंडक्शन के सिद्धांत पर आधारित है  |
वाइंडिंग में उत्पन्न वोल्टेज, काटे जाने वाले फ्लक्स की दर के समानुपाती होता है

म्यूच्यूअल इंडक्शन का सिद्धांत (Mutual Induction in Hindi)- 

जब पास पास पड़े दो क्वाइलों में से किसी एक  क्वायल में परिवर्तित करंट अर्थात अल्टरनेटिंग करंट गुजारते हैं तब परिवर्तित चुंबकीय फ्लक्स उत्पन्न होता है, यह परिवर्तित चुंबकीय फ्लक्स पास ही पड़े दूसरे क्वायल को काटता है जिसके फलस्वरूप उसमें विद्युत वाहक बल (EMF) उत्पन्न हो जाता है|

 ट्रांसफार्मर की आवश्यकता (Necessity of a Transformer in Hindi)

सामान्य तौर पर बड़े उत्पादन केंद्रों पर अल्टरनेटर द्वारा लगभग 11kv का उत्पादन होता है, जिसे हम लंबी दूरी के पारेषण के लिए, अर्थात 220kv या 400kv की आवश्यकता होती है,  जिसे हम सामान्य तौर पर अल्टरनेटर द्वारा उत्पन्न नहीं कर सकते हैं, 
निम्न वोल्टेज को इन उच्च वोल्टेज में परिवर्तन करने के लिए हमें ट्रांसफार्मर की आवश्यकता होती है जो पारेषण लाइन के लिए सबसे उपयोगी विद्युत मशीन है|
उपभोक्ता को सुरक्षित बिजली अर्थात 400/230 V देने के लिए हमें उच्च वोल्टेज को निम्न वोल्टेज में परिवर्तित करना होता है इस चीज के लिए भी हम ट्रांसफार्मर का प्रयोग करते हैं|
What is transformer in Hindi

यदि वोल्टेज V 2 > V 1  है तब इसे स्टेप-अप ट्रांसफार्मर के रूप में जाना जाता है
यदि वोल्टेज V 2 <V 1   है तब इसे स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर के रूप में जाना जाता है।

ट्रांसफार्मर की बनावट - Construction of a Transformer-

एक ट्रांसफार्मर का निर्माण निम्न भागों से किया जाता है, इसमें मुख्य रूप से शामिल हैं-
1. चुंबकीय सर्किट (core, limbs, yoke and damping structure)।
2. इलेक्ट्रिकल सर्किट (consisting of primary and secondary windings)
3. Dielectric circuit (consisting of insulations in different forms and used at different    places)
4. टैंक और सहायक उपकरण (conservator, breather, bushings, cooling tubes, etc.)

ट्रांसफार्मर का e.m.f. इक्वेशन (EMF Equation of the Transformer)-

ट्रांसफार्मर का e.m.f. इक्वेशन (EMF Equation of the Transformer)-

ट्रांसफार्मर के प्रकार (Types of Transformer in Hindi)-

ट्रांसफार्मर कई प्रकार के होते हैं जिन्हें हम phase के आधार पर, वाइंडिंग के आधार पर, ट्रांसफॉरमेशन रेशों के आधार पर, उनकी क्षमता के आधार पर, ट्रांसफार्मर द्वारा दिए जाने वाले सप्लाई के आधार पर, ट्रांसफार्मर की कूलिंग के आधार पर इत्यादि तरीकों से हम विभाजित करते हैं जो कि निम्न है-

कोर के आधार पर (According to the core) - 

कोर टाइप (Core type)
सेल टाइप (Shell type)

ट्रांसफॉर्मर रेशों के आधार पर (According to the transformation ratio) - 

स्टेप अप (Step up)
स्टेप डाउन (Step down)

 क्षमता के आधार पर (According to services)- 

पावर ट्रांसफार्मर (Power transformer)
डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर (Distribution transformer)
इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफॉर्मर (Instrument transformer )
करंट ट्रांसफॉर्मर (Current transformer)
पोटेंशियल ट्रांसफॉर्मर (Potential transformer)
ऑटो ट्रांसफॉर्मर (Auto-transformer) 

फेस के आधार पर (According to Phase)- 

सिंगल फेस (Single-phase)
थ्री फेज (Three-phase)

कूलिंग के आधार पर (On the basis of cooling)

Air Natural (AN) or Self air-cooled or dry type
Air ForceD (AF) or Air Blast type
Oil Natural Air Natural (ONAN)
Oil Natural Air Forced (ONAF)
Oil Forced Air Forced (OFAF)
Oil Natural Water Forced (ONWF)
Oil Forced Water Forced (OFWF)

ट्रांसफार्मर में हानियां (Losses in the Transformer)-

  • कोर या आयरन हानियां (Core or iron losses)
  • कॉपर हनिया (Copper losses)
  • स्ट्रे हानियां (Stray losses) 

आयरन हानियां निम्न प्रकार की होती हैं-

  • हिस्ट्रेसिस हानियां (Hysteresis loss)
  • एडी करंट हानियां (Eddy current loss)

ट्रांसफार्मर की एफिशिएंसी (Efficiency of the Transformer)

Efficiency of the Transformer

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6 Comments

  1. Replies
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