Pratyavarti Dhara - प्रत्यावर्ती धारा

Alternating Current in Hindi - प्रत्यावर्ती धारा

Alternating Current in Hindi 1


आमतौर पर विद्युत ऊर्जा के रूप में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला करंट, अल्टरनेटिंग करंट (Pratyavarti Dhara) ही है, जब हम अपने कमरे के चारों तरफ नजर घूम आते हैं तो जितने भी विद्युत उपकरण हमें दिखाई देते हैं अधिकतर सभी अल्टरनेटिंग करंट (Pratyavarti Dhara) पर ही चलते हैं | 

जब हम विद्युत ऊर्जा की बात करते हैं तब हमें दो प्रकार के करंट मिलते हैं -
  • प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current)
  • दृष्टि धारा (Direct Current)

कर्व के आधार पर प्रत्यावर्ती धारा निम्न प्रकार की होती हैं- 

  • साइन वेव (Sine Wave)
  • स्क्वायर वेव (Square Wave)
  • सा-टूथ वेब (Saw-Tooth Wave) इत्यादि 
एडिसन ने दृष्टि धारा को सबसे पहले प्रयोग में लाये थे, और बाद में टेस्ला ने व्यवहारिक तौर पर अल्टरनेटिंग करंट का उत्पत्ति किये थे|

Alternating current definition in Hindi - प्रत्यावर्ती धारा की परभाषा

वह करंट जिसका मान व दिशा समय के साथ परिवर्तित होता है उससे प्रत्यावर्ती धारा (Pratyavarti Dhara) अर्थात अल्टरनेटिंग करंट (Alternating Current) कहते हैंI

Sine Wave Alternating Current 

अल्टरनेटिंग करंट (Pratyavarti Dhara) को हम डायनामिक विधि से उत्पन्न करते हैं इसके लिए फैराडे के द्वारा दिए गए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन का सिद्धांत प्रयोग करते हैंI
अल्टरनेटिंग करंट (Alternating Current) को उत्पन्न करने के लिए चुंबकीय क्षेत्र में चालक को घूम आते हैं जिससे कि चालक के सिरों पर हमें EMF प्राप्त होता है जिसकी प्रकृति अल्टरनेटिंग होती हैI
क्वायल की एक चक्कर को घुमाने पर हमें जो कर्व प्राप्त होता है, वह कर्व साइन वेव होता है, क्वायल को एक चक्कर घुमाने में में आधा कर्व धनात्मक दिशा (Posative Half) में तथा आधा कर्व ऋणत्मक दिशा (Negative Half) में होता है जिसे हम निम्न में चित्र द्वारा दर्शाते हैंI

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