Electrician Tools Name In Hindi - इलेक्ट्रीशियन के औजार
Electrician Tools Name In Hindi - जैसा कि इस पोस्ट में हम इलेक्ट्रीशियन के द्वारा प्रयोग किए जाने वाले औजारों (Electrician Tools) के बारे में विस्तारपूर्वक चित्र सहित जानेंगे, प्रत्येक कारीगर को कार्य करने के लिए इन औजारों (Electrician Tools) की आवश्यकता होती है बिना इन औजारों (Electrician Tools) के कोई भी कारीगर कार्य नहीं कर सकता है कार्य के आधार पर औजारों (Electrician Tools) को भिन्न-भिन्न तरह से प्रयोग करते हैं I
इलेक्ट्रीशियन द्वारा प्रयोग किए जाने वाले औजार भिन्न होते हैं, फिटर द्वारा प्रयोग किए जाने वाले औजार भी भिन्न भिन्न होते हैं, सिविल कार्य के लिए प्रयोग किए जाने वाले औजार भी भिन्न भिन्न होते हैंI
प्रत्येक कारीगर को यह ज्ञान होना चाहिए कि किस औजार का प्रयोग किस कार्य के लिए किया जाता है अपितु उन हजारों का देखभाल भी स्वयं कारीगर द्वारा करना होता है
यदि औजारों (Electrician Tools) का इंसुलेशन सही नहीं रहेगा तब उससे कार्य करने वाले को विद्युत शौक लग सकता हैI
निम्नलिखित में इलेक्ट्रीशियन द्वारा प्रयोग किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण औजारों (Electrician Tools Name In Hindi) को चित्र सहित बताया गया है-
कांबिनेशन प्लायर (Combination Plier- Electrician tool in Hindi)
कांबिनेशन प्लायर का कार्य तारों को मोड़ना तारों को पकड़ना तारों को काटना विद्युत के बलों के इंसुलेशन को छीलना तारों को जोड़ना इत्यादि कार्य करते हैं
विद्युत अनुरक्षण का कार्य करने वाले कारीगर के लिए कॉन्बिनेशन प्लायर एक महत्वपूर्ण एवं जरूरी औजार है, जैसा कि नाम से ही ज्ञात होता है कंबीनेशन प्लायर कई कार्यों को कर सकता है
कंबीनेशन प्लेयर 15 सेंटीमीटर तथा 20 सेंटीमीटर के बनाए जाते हैं विद्युत कार 20 सेंटीमीटर के कांबिनेशन प्लायर को प्रयोग करता है
प्लायर के प्रकार (Types of plier in Hindi)
- कांबिनेशन प्लायर (Combination Plier)
- नोज प्लायर (Nose Plier)
- साइड कटिंग प्लायर (Side Cutting plier)
नोज प्लायर (Nose Plier - Electrician Tools Name In Hindi)
नोज प्लायर का प्रयोग सकरी स्थानों पर तारों को पकड़ने ऐठने अथवा छोटे नटों को कसने के लिए किया जाता है
इलेक्ट्रीशियन द्वारा 15 सेंटीमीटर लंबा नोच प्रयोग किया जाता है इसका हैंडल इंसुलेशन द्वारा ढका होता है तथा यह लंबा चपटी चोंच वाला होता है
नोज प्लायर के प्रकार (Types of Nose Plier)-
- फ्लैट नोज प्लायर (Flat Nose Plier)
- राउंड नोज प्लायर (Round Nose plier)
- बैंड नोज प्लायर (Bend Nose Plier)
स्क्रुड्राइवर (Screw Driver)-
विद्युत अनुरक्षण का कार्य करने वाले कारीगरों के पास स्क्रुड्राइवर अवश्य ही मिलता है, मुख्य रूप से इसका प्रयोग विद्युत उपकरणों की पेचो को खोलने अथवा कसने के लिए प्रयोग किया जाता है
स्क्रुड्राइवर के प्रकार (Types of Screw Driver)-
भिन्न-भिन्न प्रकार के पेचो को खोलने अथवा कसने के लिए भिन्न भिन्न प्रकार स्क्रू ड्राइवर भी होते हैं जैसे- फ्लैट टिप स्क्रुड्राइवर, क्रॉस टिप या फिलिप्स स्क्रुड्राइवर, यू टिप स्क्रुड्राइवर इत्यादि
स्क्रू ड्राइवर भी भिन्न-भिन्न साइज के आते हैं 8 सेंट से 20 सेंटीमीटर तक के स्क्रुड्राइवर विद्युत कार द्वारा प्रयोग किया जाता है
स्क्रुड्राइवर के भाग (Parts of Screw Driver)-
स्क्रुड्राइवर में मुख्य रूप से बीट, इंसुलेशन युक्त शैंक, हैंडल इत्यादि
पोकर (Poker) -
पोकर का प्रयोग वैद्युत वायरिंग के समय लकड़ी में पेंच कसने से पहले एक गाइड क्षेत्र बनाने के लिए किया जाता है इसे हम सुबह भी कहते हैं, इसका हैंडल लकड़ी का बना होता है, तथा सुआ कठोर लोहे का बना होता है
इलेक्ट्रीशियन चाकू (Electrician Knife)-
इलेक्ट्रीशियन चाकू दो ब्लेड वाला चाकू होता है जिसके एक ब्लेड पर तेजधार होता है तथा दूसरे ब्लेड पर कम धार होता है
इलेक्ट्रीशियन द्वारा 8 सेंटीमीटर लंबे ब्लेड वाला इलेक्ट्रीशियन चाकू प्रयोग किया जाता है
इलेक्ट्रीशियन चाकू का प्रयोग इंसुलेशन को छीलने अथवा काटने के लिए किया जाता है तथा कम धार वाले ब्लड का प्रयोग बाइंडिंग वाले कॉपर पर से एनिमल हटाने के लिए प्रयोग किया जाता है
इलेक्ट्रीशियन के औजारों के नाम – Electrician Tools Name In Hindi
हथोड़ा (Hammer) -
विद्युत वायरिंग करते समय हथौड़े का प्रयोग सर्वाधिक किया जाता है हथौड़ी के द्वारा किलो को ठोकने गिट्टी पर रावलप्लग टूर को ठोकने छेनी के साथ दीवाल में छिद्र करने के लिए प्रयोग किया जाता है
हथौड़े के प्रकार (Types of Hammers)-
बॉल पिन, क्रॉस पीन, स्ट्रेट पीन, रिवेटिंग, स्लेज, सॉफ्ट इत्यादि
हथौड़ी के भाग (Parts of Hammer)-
फेस, पिन, आई होल, चेक, वेज, हैंडल इत्यादि
इलेक्ट्रीशियन द्वारा 400 ग्राम का बॉल पीन हैमर प्रयोग किया जाता हैI
सेंटर पंच (Center Punch)-
यह लोहे की मोटी कील जैसा दिखाई देता है परंतु यह कठोर स्टील का 10 से 15 सेंटीमीटर का होता है इसका प्रयोग धात्विक सीटों में छिद्र करने से पूर्व चिन्ह लगाने के लिए प्रयोग किया जाता है जिससे कि ड्रिल बिट निश्चित स्थान पर ही छिद्र कर सकेI
रावलप्लग टूल (Rawal Plug tool)-
विद्युत वायरिंग के समय गिट्टी के पिलर या छत में छिद्र करने के लिए रावलप्लग टूल का प्रयोग किया जाता है इसमें बीट को रावलप्लग में आवश्यकतानुसार व्यवस्थित कर सकते हैं
दीवार या छत में छिद्र करते समय इसके बिट को थोड़ा-थोड़ा घूम आते रहना चाहिए
चीजल (Chisel - Electrician Tools Name In Hindi)-
चीजल का प्रयोग लोहे या लकड़ी को काटने वाले कार्यों में किया जाता है
यह मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं -
- कोल्ड चीजल (Cold Chisel)
- हॉट चीजल (Hot Chisel)
क्रॉस चीजल, फ्लैट चीजल, राउंड नोज, डायमंड प्वाइंट चीजल, कॉउ माउथ, साइड कटिंग चीजल,
हॉट चीजल - लोहे के कार्यों के लिए हॉट चीजल का प्रयोग किया जाता है
इलेक्ट्रीशियन द्वारा फर्मर चीजल तथा कोल्ड फ्लैट चीजल का प्रयोग किया जाता है
एडजेस्टेबल फ्रेम, हैंडल, हाई कार्बन इस्पात प्लेट, एडजेस्टेबल ब्लेड होल्डर, फिक्स ब्लेड होल्डर इत्यादि
निप्पर (Nipper - Electrician Tools Name In Hindi) -
निपर को हम डायगोनल कटर या साइड कटिंग प्लायर भी कहते हैं इसकी लंबाई 15 सेंटीमीटर होती है इसका प्रयोग मुलायम धातुओं जैसे तांबा या एलुमिनियम के पतले तारों को काटने के लिए प्रयोग किया जाता है
वायर स्ट्रिपर (Wire Striper)-
विद्युत के केबलों में से इंसुलेशन को हटाने के लिए वायर स्ट्रिपर का प्रयोग किया जाता है इसकी लंबाई 20 सेंटीमीटर होती है
क्रिंपिंग टूल (Crimping Tool) -
केबल ज्वाइंटिंग के समय केवल की अंतिम सिरों पर एलुमिनियम या कॉपर के लग को लगाने के लिए क्रिंपिंग टूल का प्रयोग किया जाता है या भिन्न-भिन्न साइजों में आते हैं सामान्य तौर पर 20 सेंटीमीटर वाले क्रिंपिंग टूल का प्रयोग किया जाता है
स्निप (Snip - Electrician Tools Name In Hindi)-
धातु की पतली चादरों को काटने के लिए कैची जैसा दिखने वाला इसने प्रयोग किया जाता है शीट मेटल के कार्यों में इसका प्रयोग महत्वपूर्ण रूप से किया जाता है इसकी हैंडल बहुत लंबी होती है तथा विद्युत कार द्वारा 15 से 20 सेंटीमीटर वाले स्निप का प्रयोग किया जाता है
रीमर (Reamer)-
रीमर का प्रयोग काटे गए पाइपों के सिरों से नुकीली धातुओं को हटाने के लिए प्रयोग किया जाता है औद्योगिक वायरिंग में धात्विक पाइपों के सिरों को चिकना करने के लिए इसे प्रयोग किया जाता है
जिमलैट (Gimlet-Electrician Tools Name In Hindi) -
जिम लाइट का प्रयोग लकड़ी में क्षेत्र करने के लिए किया जाता है विद्युत कार के लिए 3 मिलीमीटर 6 मिलीमीटर तथा 10 मिलीमीटर व्यास वाला जिम लेट प्रयोग किया जाता है
इलेक्ट्रिक ड्रिल मशीन (Electric Drill Machine)-
आधुनिक समय में कार्य को सरलता पूर्वक करने के लिए विद्युत चलित औजारों (Electrician Tools Name in Hindi) का प्रचलन बढ़ा है इसके द्वारा कार्य को कम समय में आसानी से करते हैं
इलेक्ट्रिक ड्रिल मशीन का प्रयोग विद्युत वायरिंग के समय दीवारों में छिद्र करने के लिए किया जाता है विद्युत कार प्रायः 8 mm ब्यास वाला बीट प्रयोग करता है
इलेक्ट्रिक ड्रिल मशीन के भाग-
हैंडल, ट्रिगर स्विच, गीयर्ड की चक, चक की, इलेक्ट्रिक कॉर्ड इत्यादि
मैलेट (Mallet) -
यह लकड़ी का बना हथोड़ा होता है जिसका भार लगभग आधा किलोग्राम होता है धातु की पतली चादरों या मोटर वाइंडिंग में इसका प्रयोग किया जाता है
इसके निम्न भाग होते हैं-
लकड़ी का हैंडल, फेस, स्टॉक इत्यादि ,
पुली पुलर (Pulley Puller)-
पुली पुलर का प्रयोग मोटर के सॉफ्ट पर से पुली को निकालने के लिए किया जाता है पुली पुलर में तीन एडजेस्टेबल पाये होते हैं
बेयरिंग पुलर (Bearing Puller)-
बेयरिंग पुलर का प्रयोग मोटर के एंड कवर से बियरिंग को निकालने के लिए प्रयोग किया जाता है इसमें प्रायः 2 पाये होते हैं
वायर गेज (Wire Gauge - Electrician Tools Name In Hindi)-
इसे हम स्टैंडर्ड वायर गेज (Standard Wire Gauge ) या SWG भी कहते हैं
वायर गेज एक स्टील की बनी डिस्क होती है जिसके परिधि पर कई आकार के कांचे बने होते हैं इन खातों पर जीरो से 36 अंक अंकित होते हैं
मोटर वाइंडिंग में प्रयोग होने वाले तारों के गेज को नापने के लिए तारों को प्रत्येक खांचे में घुसा कर देखते हैं जिस नंबर पर वह तार सही से प्रवेश करता है वही कांचे का नंबर तार का गेज कहलाता है
स्टैंडर्ड वायर गेज पर रेटिंग जैसे-जैसे बढ़ती है तार का व्यास कम होता जाता है अर्थात तार पतला होता जाता है
स्टैंडर्ड वायर गेज पर साइज को नापने से पहले तार पर से इंसुलेशन को पूरी तरह हटा कर साफ कर लेना चाहिए
सोल्डरिंग आयरन (Soldering Iron)-
तारों के जोड़ों को यांत्रिक तथा वैद्युत रूप से मजबूत बनाने के लिए सोल्डरिंग करते हैं, सोल्डरिंग करने के लिए सोल्डरिंग आयरन तथा कम गलनांक वाले सोल्डर वायर की आवश्यकता होती है
सोल्डरिंग आयरन विद्युत चलित (Electrician Tools Name In Hindi) होता है, इसका बिट कॉपर का बना होता है तथा इसमें नाइक्रोम ईटिंग एलिमेंट प्रयोग की जाती है
Thank you for sharing this information.
ReplyDeleteSheet metal is metal framed into thin and flat pieces. It is one of the core forms typically found in metalworking. Sheet metal can also be cut and bent to form different shapes. There is a significant variation in thicknesses even though extremely thin thicknesses are called foil or leaf. Also pieces thicker than 6 mm are known as plates.
The thickness of sheet metal is generally specified by a non-linear measure known as gauge. Normally sheet metal ranges from 30 gauge to about 8 gauge. The metal gets thinner as the gauge increases.
Various metals such as Aluminum, tin, nickel, titanium, brass, copper and steel can be made into sheet metal. Decorative sheet metals are made from metals like platinum, gold and silver.